संघर्ष, समर्पण और सफलता की कहानी: UPSC टॉपर शक्ति दुबे से सीखने योग्य बातें
भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा UPSC सिविल सर्विसेज में प्रथम स्थान प्राप्त करना सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि यह संकल्प, मेहनत और समर्पण की मिसाल है। इस बार ये कमाल किया है प्रयागराज की शक्ति दुबे ने। उनका यह सफर न केवल विद्यार्थियों बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो किसी बड़े लक्ष्य की ओर अग्रसर है।
पिता से मिली प्रेरणा, खुद पर था अटूट विश्वास
शक्ति दुबे के जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा उनके पिता रहे हैं, जो यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। उन्होंने बताया कि जब खुद को संदेह हुआ, तब उनके पिता को विश्वास था कि उनकी बेटी एक दिन IAS जरूर बनेगी। यही विश्वास उनकी ताकत बना और अंततः उन्होंने पूरे देश में टॉप कर दिखाया।
साइंस स्ट्रीम की छात्रा, पर चुना पॉलिटिकल साइंस
शक्ति ने साइंस बैकग्राउंड से पढ़ाई की, लेकिन सिविल सर्विसेज के लिए उन्होंने पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन को चुना। यह एक बड़ी सीख है – हमें अपनी रुचि के अनुसार रास्ता चुनना चाहिए, भले ही वह पारंपरिक न हो। सफलता वहीं मिलती है जहां दिल से मेहनत होती है।
निरंतरता और गंभीरता: सफलता की असली कुंजी
शक्ति दुबे का यह पांचवां प्रयास था। इसका मतलब है – अगर पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली, तो हार नहीं माननी चाहिए। हर असफलता के बाद खड़ा होना और बेहतर तैयारी करना ही असली ‘टॉपर माइंडसेट’ है। उनका संदेश साफ है – “निरंतरता और गंभीरता बनाए रखें।”
सोशल मीडिया: दुश्मन नहीं, अगर संतुलित हो
वो कहती हैं, “सोशल मीडिया से पूरी दूरी जरूरी नहीं, बस एक बैलेंस बनाना चाहिए।” आज के युग में डिजिटल दुनिया से कटना कठिन है, लेकिन उसका सही उपयोग करना भी एक कला है। पढ़ाई और सोशल मीडिया के बीच संतुलन बनाना हर विद्यार्थी के लिए ज़रूरी है।
आईएएस बनकर महिलाओं के लिए काम करने का सपना
आईएएस बनने के बाद शक्ति दुबे का सपना है – महिलाओं की शिक्षा और उनके कल्याण के लिए कार्य करना। ये बात बताती है कि एक सच्चे लीडर की सोच सिर्फ खुद तक सीमित नहीं होती, वह समाज के प्रति भी जिम्मेदार होता है।
मेरा संदेश एक मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में:
शक्ति दुबे की कहानी हमें सिखाती है कि कोई भी मंज़िल असंभव नहीं है, बस उसके लिए समर्पण चाहिए। अगर आप किसी परीक्षा, करियर या जीवन की किसी चुनौती से जूझ रहे हैं, तो इस कहानी को पढ़िए और याद रखिए – हार के बाद की जीत ही सबसे खास होती है।
खुद पर विश्वास रखिए, रास्ता जरूर मिलेगा।